Disability Certificate Kaise Banwaye: क्या आप या आपका कोई परिजन विकलांगता के साथ जी रहा है। क्या आप जानना चाहते हैं कि विकलांगता प्रमाण पत्र कैसे बनाया जाता है? अगर जानना चाहतें हैं तो आप बिल्कुल सही स्थान पर आए हैं। हमने आपको विकलांगता प्रमाण पत्र क्या है? बनाने के लिए कौन-कौन सा महत्वपूर्ण दस्तावेज लगेगा? कैसे बनेगा ऑनलाइन / ऑफलाइन? पूरी जानकारी अच्छे से समझा कर बचाई है तो ध्यानपूर्वक अंत तक जरूर पढ़ें। इस प्रमाण पत्र से आपको क्या-क्या लाभ मिल सकता है पूरी जानकारी दी गई है।
दिव्यांग सर्टिफिकेट क्या है?
सबसे पहले आप जानने के विकलांगता यानी कि दिव्यांग सर्टिफिकेट है क्या। विकलांगता प्रमाण पत्र एक आधिकारिक दस्तावेज है जो कि व्यक्ति की विकलांगता को प्रमाणित करता है। यह प्रूफ है कि वह की व्यक्ति विकलांग है, यह प्रमाण पत्र चिकित्सा प्राधिकरण द्वारा जारी किया जाता है और विकलांग लोगों के लिए सरकार द्वारा प्रदान किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के लाभ और सेवाओं का लाभ उठाने में यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज के रूप में काम करता है।
दिव्यांग सर्टिफिकेट के लाभ क्या है
विकलांगता प्रमाण पत्र के कई सारे लाभ है, इसमें से कुछ लाभों के बारे में हमने नीचे लिख दिया है:
- शिक्षा और रोजगार में आरक्षण मिलता है: विकलांग लोगों को शिक्षा और रोजगार में सरकार द्वारा आरक्षण दिया जाता है।
- विकलांगता पेंशन: अगर आपको अपना विकलांगता पेंशन पाना है तो यह विकलांगता प्रमाण पत्र बनवाना बहुत ही आवश्यक है।
- कंसेशन इन ट्रैवल: अगर आपके पास विकलांगता प्रमाण पत्र है तो आपको रेल, सड़क और हवाई यात्रा में कंसेशन दिया जाता है।
- टैक्स बेनिफिट: विकलांगता प्रमाण पत्र की मदद से आपको टैक्स बेनिफिट भी काफी मिलता है, जिसकी जानकारी प्राप्त करने के लिए आप इनकम टैक्स के ऑफिसियल वेबसाइट पर विकसित कर सकते हैं।
दिव्यांग सर्टिफिकेट बनाने के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज
अब जानते हैं कि अगर आप विकलांगता प्रमाण पत्र बनवाना चाहते हैं तो कौन-कौन सा महत्वपूर्ण दस्तावेज लगेगा:
- मेडिकल सर्टिफिकेट: सरकारी अस्पताल या किसी भी मान्यता प्राप्त अस्पताल से मेडिकल सर्टिफिकेट लगेगा।
- पहचान प्रमाण पत्र: आपका वैध पहचान प्रमाण पत्र लगेगा जैसे कि आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड या पासपोर्ट।
- निवास प्रमाण पत्र: आवेदक का वैध निवास प्रमाण पत्र लगेगा जैसे कि राशन कार्ड, इलेक्ट्रिसिटी बिल, या पानी का बिल।
- जन्म प्रमाण पत्र: जन्म प्रमाण पत्र लगेगा आयु प्रूफ के तौर पर।
दिव्यांग सर्टिफिकेट बनाने का प्रकिया
अब जानते हैं कि आप विकलांगता प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कैसे करेंगे। नीचे हमने स्टेप बाय स्टेप सारे प्रक्रिया को बताया तो ध्यानपूर्वक फॉलो करें:
स्टेप 01: सबसे पहले आपके नजदीकी सरकारी अस्पताल या किसी भी मान्यता प्राप्त अस्पताल में जाना है।
स्टेप 02: वहां से आपको अपना मेडिकल सर्टिफिकेट प्राप्त करना है जो की स्पेशल डॉक्टर की मान्यता से ही मिलेगा। उस मेडिकल सर्टिफिकेट में यह सारे डिटेल्स लिखे होने चाहिए (i) विकलांगता का प्रकार: विकलांगता का प्रकार जैसे कि शारीरिक मानसिक या संवेदी। (ii) परसेंटेज ऑफ़ डिसेबिलिटी: विकलांगता का प्रतिशत जो लाभ के लिए पत्र होने के लिए कम से कम 40% होना अनिवार्य है।
स्टेप 3: अब आपको अपना आवेदन पत्र और कुछ आवश्यक दस्तावेज के साथ इस सर्टिफिकेट को जमा करना है।
स्टेप 4: अब आपका या सर्टिफिकेट संबंधित प्राधिकारी द्वारा वेरीफाई किया जाएगा।
निष्कर्ष
आज हमने इस आर्टिकल में जाना कि विकलांग लोग के लिए सरकार क्या-क्या लाभ देती है? विकलांग लोग अपना विकलांगता प्रमाण पत्र कैसे बना सकते हैं? प्रमाण पत्र बनवाने के लिए कौन-कौन सा महत्वपूर्ण दस्तावेज लगेगा और आप कैसे अस्पताल से सर्टिफिकेट को प्राप्त कर सकते हैं। तो अगर आप विकलांग है अभी तक आपके पास सर्टिफिकेट नहीं बना है या आपका कोई परिवार वाला है जिसके पास सर्टिफिकेट नहीं है उसको यह आर्टिकल शेयर कर दें।
FAQs
विकलांगता प्रमाण पत्र के लिए क्या-क्या पात्रता मानदंड है?
विकलांगता प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए व्यक्ति की विकलांगता प्रतिशत कम से कम 40% होना चाहिए।
विकलांगता प्रमाण पत्र का क्या-क्या लाभ है?
विकलांगता प्रमाण पत्र के कई सारे लाभ हैं: जैसे कि विकलांग लोगों को शिक्षा और रोजगार में आरक्षण मिलता है, विकलांग लोगों को पेंशन की सुविधा दी जाती है, विकलांग लोगों को ट्रैवल और इनकम टैक्स में भी लाभ मिलता है।